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सौतेला बाप ( भाग - 5)

अध्याय - ५

पण्डित बाबा को माफी मांगते देख गबरू विचलित हो उठा।
" ऐसा ना बोलो बाबा ,आपसे माफ़ी सुने तो कानों में तेज़ाब चला जाए।" गबरू घबराया हुआ उठा खड़ा हुआ और बोला। 

" काम का करता है गबरुआ?" पण्डित बाबा मुस्कुराते हुए पूछे।
गबरू हैरानी और मायूसी से बोला -" फ़िलहाल कौनो हमका अपने खेत में ना रखा है बाबा।" 

" कल से आ जाना ,हमारे गाय बैलों को सानी पानी करने।" 

" पर हम गऊ माता को कैसे छुएंगे?" 

" गऊ माता पवित्र होती है , ऊ तोहरो पाप धुल देवेंगी.... स्वरग मिलेगा , और ले लेना दू रोटी और दू रुपिया !" 

" पण्डित बाबा दू रुपिया?" गबरू आश्चर्य से बोला। 

इधर घर में औरते आपस में बात कर रही थी , उनकी बातों में मधुआ के सौतेले बाप का जिक्र था। फुलवा बैठी शंकर भगवान से प्रार्थना कर रही थी कि सब ठीक हो जाए। 

" सुना है दूसरे देश से आया है।" 

" तभी तो मति भ्रष्ट हो गई है।" 

" ना जाने अब का होवेगा फुलवा का।गुस्से वाला लगता है पाहूँन।" 

अब तो फुलवा की सांसे ऊपर नीचे हो रहे थी।लाल साड़ी में एक लंबा घूंघट ओढ़े हाथो में पत्ती वाली मेहंदी लगाए बैठी फुलवा पलके झपकाई हुई बैठी थी सबकी बतकही सुन कर तो जी घबराने लगा था हाथ पाव ठंडे हो रहे थे आंखो में झर झर आँसू बह रहे थे अपने मधुआ को चिंता में आख़िर उसके लिए ही तो दूजा ब्याह कर रही थी। अब अगर उसका होने वाला पति परमेश्वर मधुआ को प्यार दुलार ना दिया तो?

वहीं मधूआ से अब ये सब और ना सहा जा रहा था। अपने  आँखों के सामने अपनी ही माई का मंडप सजता देखना।वहीं सभी ख़ुद में बाते बना रहे थे कि जिस तरह का मधुआ का बापू गुस्से वाला था , उसकी माई को मारेगा अगर कौनो बात पसंद ना आई तो। मधुआ अपने सारे सवालों के जवाब लेने भागते हुए जाने लगा अपनें सौतेले बाप के पास और वहीं आंगन में गिरे एक टोकरी में पैर फसने से अपने हाथ में लिए लाल गुब्बारे को थामे ही जमीन पर एक धाड़ की आवाज़ के साथ गिर पड़ा। उसके आस पास मौजूद सभी उसे उठाने में लग गए मधुआ के मित्र भागते हुए उसके पास आए तो रोते हुए मधुआ को देख बोले -" तू रो मत मधुआ ज्यादा चोट तो ना लगी तुझे।" 

रोता बिलखता मधुआ उनकी ओर अपना फटा हुआ गुब्बारा लिए मुड़ा -" तू सही कहता था ऊ सौतेला और बुरा बाप है ईहे खातिर ई जादू वाला गोला फूट गया।" 

कहानी जारी है.....
माफ करिएगा स्कूल में बिजी थी तो कहानी डालने में देरी हो गई थी।

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5 Comments

RISHITA

06-Aug-2023 10:04 AM

Nice

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Gunjan Kamal

16-Nov-2022 08:24 AM

Nice part 👌

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Superb story

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